कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश में तैयार होंगे 266 आइसोलेशन कोच, जयपुर में 12 कोच तैयार

कोरोना वायरस वैश्विक महामारी यानी कोविड-19 से मुकाबले के लिए रेलवे प्रशासन ने तैयारी कर ली है। रेलवे बोर्ड ने देशभर में अपने सभी जोन को ज्यादा से ज्यादा आइसोलेशन कोच तैयार करने के निर्देश दिए हैं। देशभर में करीब 2500 कोच तैयार कर इनमें 40 हजार मरीजों के लिए आइसोलेशन की व्यवस्था की जा रही है।


कोरोना महामारी से मुकाबला करने के लिए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर देशभर में रेलवे के सभी जोन और मंडल कार्यालय जुट गए हैं। रेलवे के विभिन्न कारखानों में अब ट्रेन के मौजूदा कोचों को आइसोलेशन कोच के रूप में तैयार किया जा रहा है।


इसका उद्देश्य यही है कि यदि कोरोना वायरस से संक्रमित होकर मरीजों की संख्या बढ़ती है, तो मरीजों का उपचार आइसोलेशन कोच में किया जा सकेगा। देशभर में यह कोच चिकित्सा परामर्श के अनुरूप जरूरी मापदंडों के आधार पर तैयार किए जा रहे हैं।  


देशभर में ये कोच चिकित्सा परामर्श के अनुरूप जरूरी मापदंडों के आधार पर तैयार किए जा रहे हैं।
देशभर में ये कोच चिकित्सा परामर्श के अनुरूप जरूरी मापदंडों के आधार पर तैयार किए जा रहे हैं।


देश में 135 स्थानों पर को तैयार करने का कार्य हो रहा है


यह आइसोलेशन कोच आपातकाल के रूप में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए तैयार किए जा रहे हैं। देश भर में 135 स्थानों पर को तैयार करने का कार्य हो रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे (प्रदेश का 90 फीसदी क्षेत्रफल) में 6 स्थानों पर कोचों में आवश्यक बदलाव करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उत्तर पश्चिम रेलवे के अधिकारियों के अनुसार यहां कुल 266 आइसोलेशन कोच तैयार किए जाएंगे। इनमें से अब तक 13 आइसोलेशन को तैयार किए जा चुके हैं। इन सभी कोच में करीब 3700 से ज्यादा मरीजों का उपचार किया जा सकेगा।


ऐसे किया जा रहा है बदलाव
दरअसल आइसोलेशन कोच तैयार करने की इस प्रक्रिया में मौजूदा कोच में से बीच की बर्थ हटाई जा रही है। प्रत्येक कोच में 14 से 16 मरीजों को रखा जा सकेगा। इस तरह 266 आइसोलेशन कोच में 3724 मरीजों का उपचार किया जा सकेगा। आइसोलेशन कोच तैयार करने के लिए रेलवे प्रशासन टॉयलेट में भी बदलाव कर रहा


आइसोलेशन कोच तैयार करने की इस प्रक्रिया में मौजूदा कोच में से बीच की बर्थ हटाई जा रही है।
आइसोलेशन कोच तैयार करने की इस प्रक्रिया में मौजूदा कोच में से बीच की बर्थ हटाई जा रही है।


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अभी एक कोच में चार टॉयलेट होते हैं, अब दोनों तरफ के एक-एक टॉयलेट को हटाकर इन्हें बाथरूम के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। इस तरह अब एक आइसोलेशन कोच में दो टॉयलेट और दो बाथरूम मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे। इन्हें हर मरीज के उपयोग के तुरंत बाद सैनिटाइज किया जाएगा। इस तरह संक्रमण फैलने की आशंका भी नहीं रहेगी। ऐसे में महामारी का मुकाबला करने के लिए केंद्र सरकार के निर्देश पर रेलवे प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है और जल्द ही आइसोलेशन कोच देशभर में मरीजों के लिए उपलब्ध हो सकेंगे।


प्रदेश के इन स्थानों पर तैयार किए जा रहे हैं आइसोलेशन कोच



  • अजमेर के मदार में 40 कोच तैयार हो रहे हैं

  • उदयपुर में 37 आइसोलेशन कोच तैयार किए जा रहे हैं

  • जयपुर में 48 कोच तैयार किए जाने हैं। जिसमें से 12 कोच तैयार किए जा चुके हैं

  • जोधपुर में सबसे अधिक 83 कोच तैयार किए जाने हैं। लेकिन अभी एक ही कोच तैयार हुआ है

  • बीकानेर में 33 और लालगढ़ में 17 आइसोलेशन कोच तैयार किए जाने हैं


वर्जन
हमनें रेलवे बोर्ड के निर्देश पर कोच बनाने की कवायद शुरू कर दी है। जयपुर, जोधपुर और अजमेर में कोच तैयार कर लिए गए हैं। डब्ल्यूएचओ ने भी कोच को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। जल्दी ही और कोच भी तैयार करे जाएंगे। - अभय शर्मा, सीपीआरओ, उत्तर पश्चिम रेलवे